skip to main
|
skip to sidebar
शिवरायण कुमार विनोद
Sunday, September 25, 2011
ख़त में उन्होंने दूर रहने का मशवरा लिखा है
ख़त में उन्होंने दूर रहने का मशवरा लिखा है ,
और प्यार का वास्ता भी लिखा है ,
लिखा है की मत आना घर पे मेरे कभी ,
.
.
..
.
.
और साफ़ लफ़्ज़ों में पता भी लिखा है .. !
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
पुरानी रद्दी
▼
2011
(1)
▼
September
(1)
ख़त में उन्होंने दूर रहने का मशवरा लिखा है
►
2010
(3)
►
February
(3)
►
2009
(6)
►
September
(1)
►
August
(5)
मेरे बारे में
शिवरायण कुमार विनोद
मेरे बारे में क्या लिखु में खुद ही confuse हु !
View my complete profile